NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 11 New Empires and Kingdoms (Hindi Medium)

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NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 11 New Empires and Kingdoms (Hindi Medium)

These Solutions are part of NCERT Solutions for Class 6 Social Science in Hindi Medium. Here we have given NCERT Solutions for Class 6 Social Science History Chapter 11 New Empires and Kingdoms.

पाठ्यपुस्तक के आंतरिक प्रश्न

1. यह वर्णन तुम्हें उस राजा के बारे में क्या बताता है? राजा किस प्रकार युद्ध लड़ते थे? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-112)
उत्तर : राजा युद्ध के मैदान में बिल्कुल आमने-सामने की लड़ाई लड़ते थे। वे युद्ध में लड़ने के लिए गदाओं, तलवारों, भालों तथा तीरों आदि का भरपूर प्रयोग करते थे।

2. आर्यावर्त तथा दक्षिणापथ के राज्यों के साथ समुद्रगुप्त के व्यवहार में क्या अंतर था? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-113)
उत्तर : समुद्रगुप्त ने आर्यावर्त के शासकों को हराकर उनके राज्यों को अपने साम्राज्य में मिला लिया था, जबकि दक्षिणापथ के शासकों ने हार जाने के बाद समुद्रगुप्त के सामने स्वयं समर्पण कर दिया था। इसके बाद समुद्रगुप्त ने उन्हें फिर से शासन करने की अनुमति प्रदान कर दी थी। इस अंतर का मुख्य कारण यह था कि समुद्रगुप्त, आर्यावर्त के शासकों पर नियंत्रण रख सकता था, क्योंकि वे उनकी राजधानी के नजदीक थे, जबकि दक्षिणापथ शासकों पर उत्तर भारत में बैठकर नियंत्रण रखना काफी कठिन था, क्योंकि वे उसकी राजधानी से दूर थे। इसलिए समुद्रगुप्त ने उनको फिर से शासन करने की अनुमति प्रदान कर दी।

3. इन उपाधियों को महत्त्व के हिसाब से सजाओ। राजा, महाराज-अधिराज, महा-राजा।। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-114)
उत्तर :

  1. राजा
  2. महा-राजा
  3. महाराज-अधिराज।

4. मानचित्र 8 (पृष्ठ 136) देखो और सूची बनाओ कि जब हर्षवर्धन
(क) बंगाल तथा
(ख) नर्मदा तक गए होंगे तो आज के किन-किन राज्यों से गुजरे होंगे? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-115)
उत्तर :
(क) बंगाल जाने के लिए आज के उत्तर प्रदेश, बिहार तथा झारखंड राज्यों से गुजरना पड़ा होगा।
(ख) नर्मदा तक जाने के लिए उत्तर प्रदेश तथा मध्य प्रदेश राज्यों से गुजरना पड़ा होगा।

5. वे कौन-से अन्य शासक थे जो तटों पर अपना नियंत्रण करना चाहते थे? । (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-116)
उत्तर : चोल, चेर, पांड्य तथा सातवाहन।

6. सोचकर बताओ कि अफ़सरों का पद आनुवंशिक कर देने में क्या-क्या फायदे और क्या-क्या नुकसान हो सकते थे? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-117)
उत्तर :
लाभ- पिता के कई वर्षों का अनुभव पुत्र के काम आता। पुत्र भी पिता संरक्षण रहते हुए काम को अच्छी | प्रकार सीख लेता। यदि पिता ईमानदार अफसर होता तो वह वही संस्कार अपने पुत्र को भी देने का प्रयास करता और पुत्र अपने पिता की गरिमा को बनाए रखने का प्रयास करता।

हानि-किसी साधारण व्यक्ति को अफसर बनने का अवसर नहीं मिलता। इस प्रकार व्यक्ति योग्य होते हुए भी अफसर नहीं बन पाता और संभव था कि एक अयोग्य व्यक्ति अफसर बन जाता है। इस प्रकार पद का दुरुपयोग होता।

7. आज अगर किसी गरीब आदमी को कुछ मिलता है और वह पुलिस में खबर करता है तो क्या उसके साथ इसी तरह का बर्ताव किया जाएगा? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-118)
उत्तर : हाँ, आज भी गरीब आदमी के साथ पुलिस इसी तरह का व्यवहार करती।

8. एक प्रसिद्ध व्यक्ति का नाम बताओ, जिसने प्राकृत में उपदेश दिए और एक राजा का नाम बताओ, | जिसने प्राकृत में अपने अभिलेख लिखवाए। (अध्याय 7 तथा 8 देखो।) (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-118)
उत्तर : प्राकृत में उपदेश दिए-वर्धमान महावीर प्राकृत में अभिलेख लिखवाए-अशोक

9. सेना के साथ ले जाई जाने वाली चीजों की सूची बनाओ। (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-119)
उत्तर : सेना के साथ ले जाए जाने वाले सामान की सूची

  1. हथियार
  2. बर्तन
  3. खाने-पीने का सामान
  4. नगाड़े

10. ग्रामवासी राजा के लिए क्या-क्या लेकर आते थे? (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-119)
उत्तर : ग्रामवासी द्वारा राजा के लिए लाए गए सामान| वे दही, गुड़ तथा फूलों का उपहार का उपहार लाते थे। वे जानवरों को चारा भी देते थे।

अन्यत्र (एन०सी०ई०आर०टी० पाठ्यपुस्तक, पेज-120)

मानचित्र 6 (पृष्ठ 84-85) में अरब ढूँढो। मरुभूमि होते हुए भी सदियों से अरब, यातायात का एक बड़ा केंद्र था। दरअसल, अरब व्यापारी तथा नाविकों ने भारत और यूरोप (देखो पृष्ठ संख्या 100) के बीच समुद्री व्यापार बढ़ाने में एक महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। अरब में रहने वाले अन्य लोगों में बेदुइन थे, जो घुमक्कड़ कबीले होते थे। ये मुख्य रूप से ऊँटों पर आश्रित होते थे, क्योंकि यह एक ऐसा मज़बूत जानवर है, जो मरुभूमि में भी स्वस्थ रह सकता है।

लगभग 1400 साल पहले पैगम्बर मुहम्मद ने अरब में इस्लाम नामक एक.नए धर्म की शुरुआत की। ईसाई धर्म की तरह इस्लाम ने भी अल्लाह को सर्वोपरि माना है, उनके बाद सभी को समान माना गया है। यहाँ इस्लाम धर्म के पवित्र ग्रंथ कुराने का एक अंश दिया गया है ।।

“मुसलमान स्त्रियों और पुरुषों के लिए, विश्वास रखने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, भक्त स्त्रियों और पुरुषों के लिए, सच्चे स्त्रियों और पुरुषों के लिए, धैर्यवान और स्थिर मन के स्त्रियों और पुरुषों के लिए, दान देने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, उपवास रखने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, अपनी पवित्रता बनाए रखने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए, अल्लाह को हमेशा याद करने वाले स्त्रियों और पुरुषों के लिए-अल्लाह ने इन सब के लिए ही क्षमा और पुरस्कार रखा है।” अगले सौ सालों के दौरान इस्लाम उत्तरी अफ्रीका, स्पेन, ईरान और भारत में फैल गया। अरब नाविक,
जो इस उपमहाद्वीप की तटीय बस्तियों से पहले से ही परिचित थे, अब अपने साथ इस नए धर्म को भी ले आए। अरब के सिपाहियों ने करीब 1300 साल पहले सिंध (आज के पाकिस्तान में) को जीत लिया था।

1. भारत और यूरोप के बीच समुद्री व्यापार बढ़ाने में किसने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी?
उत्तर : अरब व्यापारी तथा नाविकों ने भारत और यूरोप के बीच समुद्री व्यापार बढ़ाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

2. इस्लाम नामक एक नए धर्म की शुरुआत कब और किसने की थी?
उत्तर : लगभग 1400 साल पहले पैगम्बर मुहम्मद ने अरब में इस्लाम नामक एक नए धर्म की शुरुआत की थी। |

3. इस्लाम धर्म अपने शुरुआत के सौ सालों में किन-किन देशों में फैल गया?
उत्तर : इस्लाम धर्म अपने शुरुआत के सौ सालों में उत्तरी-अफ्रीका, स्पेन, ईरान और भारत में फैल गया था।

देखें मानचित्र-6 (एन.सी.आर.टी. पाठ्यपुस्तक पृष्ठ संख्या 84-85)

4. मानचित्र 6 में उन रास्तों को ढूंढो जिनसे नाविक तथा सिपाही इस उपमहाद्वीप में आए होंगे?
उत्तर : छात्र अपने अध्यापक की सहायता से स्वयं करें।

कल्पना करो

हर्षवर्धन की सेना अगले हफ्ते तुम्हारे गाँव आने वाली है। तुम्हारे माता-पिता इसके लिए तैयारी कर रहे हैं। वर्णन करो कि वे क्या-क्या बोल रहे हैं और क्या कर रहे हैं।
उत्तर : मेरे माता-पिता राजा और उसकी सेना के स्वागत की तैयारी कर रहे। वे आपस में बातचीत कर रहे कि
गुड़ अच्छे बनाना ताकि राजा गुड़ खाकर खुश हो जाते। पिताजी माता से कह रहे कि जर्ब तक राजा यहाँ रहेंगे तुम्हें रोजाना अच्छे से दही बनाना है और फूलों का गुलदस्ता बनाना है ताकि राजा का मन खुश हो जाए। अरे हमें तो राजा के जानवरों के लिए चारे का भी प्रबंध करना है।

प्रश्न-अभ्यास
पाठ्यपुस्तक से

आओ याद करें

1. सही या गलत बताओ :
(क) हरिषेण ने गौतमी पुत्र श्री सातकर्णी की प्रशंसा में प्रशस्ति लिखी।
(ख) आर्यावर्त के शासक समुद्रगुप्त के लिए भेंट लाते थे।
(ग) दक्षिणापथ में बारह शासक थे।
(घ) गुप्त शासकों के नियंत्रण में दो महत्त्वपूर्ण केंद्र तक्षशिला और मदुरै थे।
(ङ) ऐहोल पल्लवों की राजधानी थी।
(च) दक्षिण भारत में स्थानीय सभाएँ सदियों तक काम करती रहीं।

उत्तर :

(क) गलत
(ख) गलत
(ग) सही
(घ) गलत
(ङ)गलत
(च) सही।

2. ऐसे तीन लेखकों के नाम बताओ, जिन्होंने हर्षवर्धन के बारे में लिखा।
उत्तर : बाणभट्ट, श्वैन त्सांग और रवि कीर्ति ऐसे तीन लेखकों के नाम हैं, जिन्होंने हर्षवर्धन के विषय में लिखा। |

3. इस युग में सैन्य संगठन में क्या बदलाव आए?
उत्तर :
निम्नलिखित बदलाव आए

  • राजा एक सुसंगठित सेना रखते थे जिसमें हाथी, रथ, घुड़सवार और पैदल सिपाही होते थे।
  • वे सेनानायक भी रखते थे जो आवश्यकता पड़ने पर राजा को सैनिक सहायता दिया करते थे।
  • इन सेनानायकों को कोई नियमित वेतन नहीं दिया जाता था। इन्हें भूमि दान दिया जाता था। वे दी गई भूमि से कर वसूल करते थे जिससे वे सेना तथा घोड़ों की देखभाल करते थे।
  • ये सेनानायक सामंत कहलाते थे। जहाँ कहीं भी शासक दुर्बल होते थे ये सामंत स्वतंत्र होने की कोशिश, करते थे।

4. इस काल की प्रशासनिक व्यवस्था में तुम्हें क्या-क्या नई चीजें दिखती हैं?
उत्तर : प्रशासन की प्राथमिक इकाई गाँव होते थे, लेकिन धीरे-धीरे कई बदलाव आए। राजाओं ने आर्थिक, सामाजिक, राजनीतिक या सैन्य शक्ति रखने वाले लोगों का समर्थन जुटाने के लिए कई कदम उठाए।

  • कुछ महत्त्वपूर्ण प्रशासकीय पद आनुवंशिक बन गए। जिसका अर्थ है बेटे अपने पिता का पद पाते थे जैसे कि कवि हरिषेण अपने पिता की तरह महादंडनायक अर्थात् मुख्य न्याय अधिकारी थे।
  • कभी-कभी एक ही व्यक्ति कई पदों पर कार्य करता था जैसे कि हरिषेण एक महादंडनायक होने के साथ-साथ कुमारामात्य अर्थात् एक महत्त्वपूर्ण मंत्री तथा एक संधि-विग्रहिक अर्थात् युद्ध और शांति के विषयों का भी मंत्री था।
  • स्थानीय प्रशासन में प्रमुख व्यक्तियों का बोलबाला था। इनमें नगर-श्रेष्ठी यानी मुख्य बैंकर या शहर का व्यापारी, सार्थवाह यानी व्यापारियों के काफिले का नेता, प्रथम कुलिक अर्थात् मुख्य शिल्पकार
    तथा कायस्थों यानी लिपिकों के प्रधान जैसे लोग होते थे। आओ चर्चा करें।

5. तुम्हें क्या लगता है कि समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करने के लिए अरविन्द को क्या-क्या करना पड़ेगा? ।
उत्तर : अगर अरविन्द राजा समुद्रगुप्त की भूमिका अदा करता है तो उसे निम्नलिखित कार्य करना पड़ेगा

  • वह शाही वेशभूषा में, मूंछों पर ताव देते हुए, रूपहले कागज में लिपटी तलवार को शान से पकड़कर चहलकदमी करेगा।
  • वह राज सिंहासन पर बैठकर वीणा बजाएगा और कविता पाठ भी करेगा।
  • वह एक महान योद्धा की तरह कई युद्ध लड़ेगा और उन युद्धों को उसे जीतना पड़ेगा।

6. क्या प्रेशस्तियों को पढ़कर आम लोग समझ लेते होंगे? अपने उत्तर के कारण बताओ।
उत्तर : आम लोग प्रशस्तियों को पढ़कर नहीं समझ पाते होंगे, क्योंकि वे संस्कृत में होती थी। संस्कृत आम लोगों की भाषा नहीं थी। आम आदमी सामान्यतः पढ़े-लिखे नहीं थे इसलिए प्रशस्तियों को पढ़ना और समझ जाना उनके लिए संभव नहीं था। आओ करके देखें

7. अगर तुम्हें अपनी वंशावली बनानी हो, तो तुम उसमें किन लोगों को शामिल करोगे? कितनी पीढ़ियों को तुम इसमें शामिल करना चाहोगे? एक चार्ट बनाओ और उसे भरो।
उत्तर : अगर मैं अपनी वंशावली बनाऊँगा तो मैं उसमें तीन पीढ़ियों को शामिल करना पसंद करूंगा। मैं अपने परदादा से शुरू करूंगा। उसके बाद उनके बच्चे, यानी के अपने दादा और उनके भाई, अपने दादा के पुत्र यानी अपने पिता और भाई, फिर मैं स्वयं अपने भाई को शामिल करूंगा।
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8. आज युद्ध का असर जनसाधारण पर किस तरह पड़ता है?
उत्तर : युद्ध हमारे जीवन में विपत्तिग्रस्त घटना होती है। युद्ध सामान्यतः दो देशों के बीच में या संयुक्त रूप से विभिन्न
देशों के समूहों के बीच लड़ा जाता है, जबकि सामान्य लोगों का युद्ध के पीछे के मुख्य उद्देश्य के प्रति कोई लगाव नहीं होता है। वे युद्ध से सबसे ज्यादा प्रभावित होते हैं। बड़ी संख्या में वे लोग युद्ध में मारे जाते हैं। जिनका कोई भी दोष नहीं होता हैं। वे अपना जीवन खो देते हैं। युद्ध अपने पीछे चिल्लाते हुए विधवाओं और अनाथों को छोड़ जाता है। सभी संसाधन नष्ट हो जाते हैं विकास पूरी तरह प्रभावित हो जाता है फिर से व्यवस्थित होने में बहुत समय लगता है।

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